चर्चा में क्यों?
- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की लगातार कोशिशों और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव के बाद इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम समझौता हो गया है। जोए बाइडेन से इस समझौते के लिए मई माह प्रयासरत थे।
घटना
- इजरायल और हमास बीच 15 महीने से अधिक समय से चल रहे युद्ध के बाद गाजा में संघर्ष विराम पर सहमति हुयी है।
- इस समझौते से बंधकों और कैदियों की रिहाई हो सकेगी और “स्थायी शांति” की वापसी होगी।
- ये समझौता 19 जनवरी से प्रभावी हो जाएगा।
- लेकिन इसमें अनेक प्रश्न बने हुए हैं, जैस-
- संघर्ष विराम के बाद गाजा का प्रशासन कौन संभालेगा
- हमास में अब क्या होगा
- गाजा के किन इलाकों की पकड़ इजरायल के हाथ में ही रहेगी
- इजरायल के बंधक क्या एक साथ रिहा किए जाएंगे
- युद्ध विराम का पहला चरण छह सप्ताह तक चलेगा। इज़रायली सेनाएं आबादी वाले क्षेत्रों से दूर गाजा के पूर्व में वापस चली जाएंगी। इसी दौरान बंधकों को रिहा किया जाना भी शुरू हो जाएगा।
- समझौते के पहले चरण के दौरान फिलिस्तीनी लोग गाजा के सभी क्षेत्रों में वापस लौट सकेंगे। उन्हें मानवीय आपूर्ति की आपूर्ति प्राप्त हो सकेगी।
- याद हो इस वार्ता में तेजी तब आई जब इजरायल ने लेबनानी आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के साथ एक अलग संघर्ष विराम समझौता किया। इजरायल के साथ बढ़ते संघर्ष से बुरी तरह त्रस्त होकर हिजबुल्लाह ने नवंबर में इजरायल के साथ संघर्ष विराम पर सहमति व्यक्त की। इस समझौते ने हमास को अलग-थलग करने में मदद की।
- समझौते का दूसरा चरण कब शुरू होगा। ये स्पष्ट नहीं है।
- हालिया समझौते के बाद भी यह स्पष्ट नहीं है कि गाजा पर नियंत्रण किसके हाथ में होगा। क्योंकि इजरायल शायद ही चाहे कि गाजा पट्टी पर पहले की तरह हमास का कंट्रोल बना रहे।