- COP29 में आयोजित जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक में भारत ने उच्च प्रदर्शन दर्ज किया है, जिससे यह वैश्विक स्तर पर अपनी पर्यावरणीय प्रतिबद्धताओं को सिद्ध करता है।
- भारत ने नवीनीकृत ऊर्जा, वन संरक्षण, और कार्बन उत्सर्जन में कमी जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति दिखाई है, जिससे उसे उच्च अंक प्राप्त हुए हैं।
- भारत ने COP29 के दौरान अन्य देशों के साथ सहयोग बढ़ाने और संयुक्त प्रयासों के माध्यम से जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए प्रतिबद्धता जताई है।
COP (Conference of the Parties)
- COP संयुक्त राष्ट्र की एक वार्षिक सम्मेलन है जिसमें सदस्य देश जलवायु परिवर्तन पर चर्चा करते हैं और वैश्विक पर्यावरणीय नीतियों पर सहमति बनाते हैं। COP29 2024 में आयोजित की गई थी।
जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक
- यह एक मानक है जो देशों के जलवायु परिवर्तन से निपटने के प्रयासों को मापता है। इसमें नवीनीकृत ऊर्जा उपयोग, उत्सर्जन में कमी, वन संरक्षण, और नीति कार्यान्वयन जैसी मापदंड शामिल हैं।
भारत की जलवायु नीतियाँ
- भारत ने “राष्ट्रीय स्वच्छ ऊर्जा मिशन”, “ग्रामीण सौर परियोजनाएँ”, “वन अभियान”, और “कार्बन क्रेडिट पहल” जैसी नीतियाँ शुरू की हैं, जिनका उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करना और सतत विकास को बढ़ावा देना है।