- डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही ताबड़तोड़ फैसले लेने शुरू कर दिए हैं। अपने वादों को पूरा करते हुए उन्होंने पहले ही दिन कई महत्वपूर्ण कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए।
- इन आदेशों के जरिए उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन के कई नीतिगत फैसलों को पलट दिया।
- ट्रंप ने खासतौर पर कैपिटल हिल दंगे में शामिल अपने 1500 समर्थकों को आम माफी देने, अमेरिका को पेरिस जलवायु संधि से अलग करने, और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से अमेरिका की सदस्यता समाप्त करने जैसे बड़े निर्णय लिए।
- इसके साथ ही ट्रंप ने अमेरिका में जन्मसिद्ध नागरिकता (Birthright Citizenship) को खत्म करने का आदेश भी दिया। अब अमेरिका में जन्म लेने मात्र से नागरिकता नहीं मिलेगी, भले ही उनके माता-पिता अमेरिकी नागरिक न हों।
पेरिस जलवायु संधि से हटने का आदेश
- सोमवार को ट्रंप ने जलवायु परिवर्तन पर महत्वाकांक्षी पेरिस समझौते से हटने के लिए कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए। यह वही समझौता है, जिसमें वैश्विक तापमान को पूर्व-औद्योगिक स्तर से 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के लिए दुनिया के देशों ने संकल्प लिया था। ट्रंप पहले भी 2017 में इस समझौते से अमेरिका को हटा चुके थे, लेकिन जो बाइडन के कार्यकाल में अमेरिका फिर से इसमें शामिल हो गया था। अमेरिका के हटने से स्वच्छ ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ वैश्विक प्रयासों को झटका लगने की आशंका है।
ट्रंप के अन्य प्रमुख कार्यकारी आदेश
- संघीय कर्मचारियों को कार्यालय वापसी का आदेश
कोविड-19 के दौरान लागू ‘वर्क फ्रॉम होम’ को समाप्त कर सभी संघीय कर्मचारियों को वापस कार्यालय में लौटने का निर्देश दिया गया। - अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल
सीमा पर अवैध प्रवास रोकने के लिए ट्रंप ने राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की और वहां सेना भेजने का आदेश दिया। - लैंगिक पहचान पर नया दृष्टिकोण
ट्रंप ने केवल दो लिंगों (पुरुष और महिला) को मान्यता देने की घोषणा की। साथ ही, एलजीबीटीक्यू समानता को बढ़ावा देने वाले कई कार्यकारी आदेश रद्द कर दिए। - राष्ट्रीय ऊर्जा आपातकाल
अमेरिका में ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने और देश को ऊर्जा के निर्यातक के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से ‘राष्ट्रीय ऊर्जा आपातकाल’ घोषित किया। - टिकटॉक पर अस्थायी रोक
टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने वाले कानून को 75 दिनों के लिए स्थगित किया गया। ट्रंप ने इस अवधि में टिकटॉक के 50% स्वामित्व का अधिकार अमेरिका को सौंपने की शर्त रखी।
डोनाल्ड ट्रंप के इन फैसलों से अमेरिकी और वैश्विक राजनीति में नए सिरे से बहस शुरू हो गई है। यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी नीतियां आने वाले समय में क्या परिणाम लाती हैं।
