- गोवा में संत फ्रांसिस ज़ेवियर के पवित्र अवशेषों की विशेष प्रदर्शनी का आयोजन 21 नवम्बर 2024 से पुराने गोवा के बेसिलिका ऑफ बोम जीसस में किया जायेगा, इस विशेष प्रदर्शनी को धार्मिक उत्साह और श्रद्धा के साथ देखा जा रहा है।
- यह प्रदर्शनी न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि गोवा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी उजागर करती है, जहाँ संत फ्रांसिस ज़ेवियर का गहरा प्रभाव रहा है।
- इस प्रदर्शनी का उद्देश्य संत फ्रांसिस ज़ेवियर के जीवन और शिक्षाओं को जनता तक पहुँचाना है, साथ ही गोवा में कैथोलिक धर्म के इतिहास और योगदान को भी प्रमुखता से प्रस्तुत करना है।
संत फ्रांसिस ज़ेवियर का परिचय
- संत फ्रांसिस ज़ेवियर एक प्रसिद्ध इसाई मिशनरी थे, जिन्होंने 16वीं सदी में भारत के पश्चिमी तट में कैथोलिक धर्म का प्रचार किया। वे जैगनाथपुरम में अपने मिशनरी कार्य के लिए जाने जाते हैं।
- गोवा भारत का एक प्रमुख कैथोलिक केंद्र है, जहाँ पुर्तगाली उपनिवेश काल के दौरान कैथोलिक धर्म का व्यापक प्रचार हुआ। गोवा में कई चर्च, मंदिर, और धार्मिक स्थल हैं जो इसकी धार्मिक विविधता को दर्शाते हैं।
- धार्मिक परंपराओं में, संतों के पवित्र अवशेषों को अत्यंत मान्यता प्राप्त होती है। इन्हें श्रद्धालुओं के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में देखा जाता है और ये धार्मिक आयोजनों का केंद्र बिंदु होते हैं।