- 12 जून, 2024 को, भारत सरकार ने उत्तराखण्ड में दो महत्वपूर्ण तहसीलों का नाम बदलने को मंजूरी दे दी है।
- चमोली जिले में जोशीमठ का नाम बदलकर ज्योतिर्मठ कर दिया गया, और नैनीताल जिले में कोसियाकुटोली का नाम बदलकर परगना श्री कैची धाम कर दिया गया।
ज्योतिर्मठ
- जोशीमठ, लम्बे समय से आध्यात्मिक आकर्षण का केन्द्र रहा है।
- 8वीं सदी में हिन्दू दर्शन के एक प्रमुख सत आदि शंकराचार्य ने 4 प्रमुख मठों की स्थापन की जिसमे से ज्योतिर्मठ है।
- ज्योतिर्मठ का अर्थ है – ‘प्रकाश का मठ’। यह नाम आध्यात्मिक ज्ञान के सार को समाहित करता है।
- ऐतिहासिक रूप से, ज्योतिर्मठ अद्वैत वेदांत के प्रसार के लिए एक महत्वपूर्ण बिन्दु रहा है।
- ज्योतिर्मठ की स्थापना न केवल एक धार्मिक बल्कि एक बौद्धिक प्रयास भी था, जिसका उद्देश्य हिन्दू धर्म को पुनर्जीवित करना और धार्मिक शिक्षा और प्रवचन के लिए एक केन्द्र प्रदान करना था।
- वर्तमान समय में यह बद्रीनाथ मंदिर से भगवान बद्री की मूर्ति के लिए एक शीतकालीन पीठ के रूप में कार्य करता है।