- भारत की अग्रणी ऊर्जा कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड ने ओडिशा में ग्रीन हाइड्रोजन इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए ग्रिडको और कैपिटल रीजन अर्बन ट्रांसपोर्ट (सीआरयूटी) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
- यह समझौता ओडिशा के भुवनेश्वर में ग्रीन हाइड्रोजन मोबिलिटी को बढ़ावा देने और ग्रीन ऊर्जा तकनीकों को अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- इस परियोजना के तहत, एनटीपीसी भुवनेश्वर में एक ग्रीन हाइड्रोजन ईंधन स्टेशन स्थापित करेगी और शॉर्ट-हॉल तथा लॉन्ग-हॉल मार्गों के लिए हाइड्रोजन संचालित बसें चलाएगी।
- यह पहल स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा स्रोतों का उपयोग करके जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करने, डीकार्बोनाइजेशन को बढ़ावा देने और ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने पर केंद्रित है।
- इस परियोजना को आंशिक रूप से नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा वित्तपोषित किया जाएगा।
- एनटीपीसी पहले से ही सूरत में ग्रीन हाइड्रोजन ब्लेंडिंग परियोजना का संचालन कर रही है और उसने लेह, ग्रेटर नोएडा तथा कांडला में ग्रीन मोबिलिटी परियोजनाओं की शुरुआत की है।
- इसके अतिरिक्त, कंपनी विशाखापत्तनम में एक ग्रीन हाइड्रोजन हब भी विकसित कर रही है और 2032 तक 60 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता हासिल करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखती है।
- एनटीपीसी, थर्मल, हाइड्रो, सोलर और विंड एनर्जी जैसे ऊर्जा स्रोतों के एक विविध पोर्टफोलियो के साथ, भारत के ऊर्जा क्षेत्र में एक अग्रणी भूमिका निभा रही है। कंपनी कार्बन उत्सर्जन को कम करने और भारत के ऊर्जा क्षेत्र को हरित भविष्य की ओर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।
- इसके तहत एनटीपीसी ग्रीन हाइड्रोजन, बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली और अन्य नवीन तकनीकों को अपनाने में सबसे आगे है।
- यह परियोजना न केवल ओडिशा में हरित ऊर्जा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगी बल्कि भारत के स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन और सतत विकास लक्ष्यों को भी साकार करने में सहायक होगी।