आर्थिक भूगोल’ पुस्तक उन विद्यार्थियों के लिए एक सशक्त अध्ययन सामग्री है, जो भूगोल विषय की आर्थिक शाखा को गहराई से समझना चाहते हैं तथा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लगे हुए हैं। यह पुस्तक डॉ. अजय कुमार यादव द्वारा लिखित है, जो भूगोल विषय के एक प्रतिष्ठित विद्वान एवं अनुभवी शिक्षक हैं। पुस्तक को विशेष रूप से संघ लोक सेवा आयोग (UPSC), राज्य स्तरीय लोक सेवा आयोगों (PSC), UGC-NET/JRF, स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर की परीक्षाओं और अन्य विविध प्रतियोगी परीक्षाओं की आवश्यकता को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। यह पुस्तक आर्थिक भूगोल की व्यापकता को एक समग्र, सुसंगत और परीक्षा उन्मुख दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करती है। इसमें वैश्विक तथा भारतीय संदर्भ में कृषि, उद्योग, खनिज, ऊर्जा संसाधन, व्यापार, परिवहन, सेवा क्षेत्र, श्रम एवं मानव संसाधन, वैश्वीकरण, औद्योगिक अवस्थिति, आर्थिक विकास के सिद्धांत, क्षेत्रीय असंतुलन, एवं पर्यावरणीय प्रभावों जैसे महत्वपूर्ण विषयों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण और समसामयिक तथ्यों के साथ समाहित किया गया है। विषयवस्तु को इस प्रकार प्रस्तुत किया गया है कि विद्यार्थी जटिल से जटिल अवधारणाओं को भी सरलता से समझ सकें। पुस्तक में शामिल हैं: नवीनतम आँकड़े एवं तथ्य, जो हालिया रिपोर्ट्स, नीति दस्तावेजों तथा सरकारी स्रोतों पर आधारित हैं। सहज एवं स्पष्ट भाषा, जो पाठकों के मन में विषय के प्रति जिज्ञासा उत्पन्न करती है और समझने की प्रक्रिया को सरल बनाती है। मानचित्र, तालिकाएँ एवं चार्ट्स, जो अवधारणाओं को दृश्यात्मक रूप से समझाने में सहायक हैं। प्रत्येक अध्याय के अंत में दिए गए परीक्षा उन्मुख प्रश्न, जो पाठ्यवस्तु को दोहराने और आत्मसात करने में सहायक होते हैं। यह पुस्तक विद्यार्थियों को आर्थिक भूगोल की न केवल सैद्धांतिक समझ प्रदान करती है, बल्कि उन्हें इसकी व्यावहारिक उपयोगिता एवं वर्तमान आर्थिक परिप्रेक्ष्य में इसके महत्व से भी परिचित कराती है। पुस्तक का संरचना-शैली इस प्रकार की गई है कि वह शिक्षार्थियों की विविध आवश्यकताओं को पूरा कर सके—चाहे वे प्रारंभिक स्तर के विद्यार्थी हों या उच्चस्तर के प्रतियोगी। ‘आर्थिक भूगोल’ पुस्तक न केवल परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने हेतु उपयोगी है, बल्कि यह भूगोल विषय के प्रति एक गहन रुचि एवं समझ भी विकसित करती है। इस पुस्तक की प्रस्तुति अत्यंत सुव्यवस्थित, विश्लेषणात्मक और तथ्यपरक है, जो इसे अन्य पुस्तकों से विशिष्ट बनाती है। इसका सरल, प्रवाहमयी और सटीक भाषा-शैली इसे हर विद्यार्थी के लिए उपयोगी एवं प्रिय बनाती है। आरंभ पब्लिकेशन, शिकोहाबाद द्वारा प्रकाशित यह पुस्तक गुणवत्ता, प्रामाणिकता और परीक्षा उन्मुखता के मापदंडों पर पूरी तरह खरी उतरती है। यदि आप एक ऐसी पुस्तक की खोज में हैं, जो आर्थिक भूगोल को गहनता से समझाए, वर्तमान संदर्भ में उसे प्रस्तुत करे और साथ ही परीक्षा की दृष्टि से उपयोगी हो, तो यह पुस्तक आपके लिए एक अनिवार्य ग्रंथ सिद्ध होगी।






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