द्विपक्षीय वार्ता का आयोजन: रक्षा मंत्री रजनीथ सिंह ने हाल ही में आयोजित ASEAN (एसोसिएशन ऑफ़ साउथ ईस्ट एशियन नेशन्स) सम्मेलन में चीन, लाओस और मलेशिया के रक्षा मंत्रियों के साथ महत्वपूर्ण द्विपक्षीय वार्ताएँ कीं।
सुरक्षा सहयोग पर चर्चा: वार्ताओं में क्षेत्रीय सुरक्षा, सामरिक साझेदारी, रक्षा प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान, और संयुक्त अभ्यासों पर विशेष जोर दिया गया, जिससे भारत और इन देशों के बीच रक्षा संबंधों को मजबूत किया जा सके।
क्षेत्रीय स्थिरता और संतुलन: इन वार्ताओं का मुख्य उद्देश्य दक्षिण चीन सागर में सुरक्षा सुनिश्चित करना, सीमा सुरक्षा मुद्दों पर सहयोग बढ़ाना, और क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने के लिए सामरिक संतुलन स्थापित करना है।
ASEAN का परिचय: ASEAN (एसोसिएशन ऑफ़ साउथ ईस्ट एशियन नेशन्स) दक्षिण पूर्व एशिया के 10 सदस्य राष्ट्रों का एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देना और आर्थिक, राजनीतिक, और सामरिक संबंधों को मजबूत करना है।
भारत की Act East Policy: “Act East Policy” भारत की रणनीतिक नीति है जिसका उद्देश्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ राजनीतिक, आर्थिक, और रक्षा संबंधों को गहरा करना है, ताकि क्षेत्रीय सहयोग और स्थिरता सुनिश्चित की जा सके।
क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दे: दक्षिण चीन सागर में नौसैनिक गतिविधियाँ, सीमा सुरक्षा, आतंकवाद, और साइबर सुरक्षा जैसे मुद्दे दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के लिए प्रमुख सुरक्षा चुनौतियाँ हैं, जिन पर ASEAN और भारत मिलकर कार्य कर रहे हैं।