- साहित्य अकादमी ने 21 भाषाओं में अपने वार्षिक साहित्य अकादमी पुरस्कारों की घोषणा की। जिनमे आठ कविता पुस्तकें, तीन उपन्यास, दो लघु कथा संग्रह, तीन निबंध, तीन साहित्यिक आलोचना कृतियाँ, एक नाटक और एक शोध कार्य ने साहित्य अकादमी पुरस्कार 2024 जीता है।
साहित्य अकादमी पुरस्कार -2024 के विजेताओं की सूची
भाषा | शीर्षक और शैली | लेखक का नाम |
Assamese | Pharingbore Bator Kathaa Jane (कविता) | Sameer Tanti |
Bodo | Swrni Thakhwi (उपन्यास) | Aron Raja |
English | Spirit Nights (उपन्यास) | Easterine Kire |
Gujarati | Bhagwan-ni Vato (कविता) | Dileep Jhaveri |
Hindi | मैं जब तक आयी बहार (कविता) | Gagan Gill |
Kannada | Nudigala Alivu (Literary आलोचना) | K.V. Narayana |
Kashmiri | Psychiatric Ward (उपन्यास) | Sohan Koul |
Konkani | Rangtarang (निबंध) | Mukesh Thali |
Maithili | Prabandh Sangrah (निबंध) | Mahendra Malangia |
Malayalam | Pingalakeshini (कविता) | K. Jayakumar |
Manipuri | Mainu Bora Nungshi Sheiroi (कविता) | Haobam Satyabati Devi |
Marathi | Vindanche Gadyarop (आलोचना) | Sudhir Rasal |
Nepali | Chichimira (लघु कथाएँ) | Yuva Baral |
Odia | Bhuti Bhakti Bibhruti (निबंध) | Baishnab Charan Samal |
Punjabi | Sun Gunvanta Sun Budhivanta: Itihaasnamaa Punjab (कविता) | Paul Kaur |
Rajasthani | गांव और अम्मा (कविता) | Mukut Maniraj |
Sanskrit | Bhaskaracaritam (कविता) | Dipak Kumar Sharma |
Santali | Seched Sawnta Ren Andha Manm (नाटक) | Maheswar Soren |
Sindhi | Purzo (लघु कथाएँ) | Hundraj Balwani |
Tamil | Tirunelveli Ezucciyum Vaa. Vuu.ci. Yum 1908 (शोध) | A.R. Venkatachalapathy |
Telugu | Deepika (आलोचना) | Penugonda Lakshminarayana |
साहित्य अकादमी पुरस्कार
- साहित्य अकादमी पुरस्कार भारत का दूसरा सबसे बड़ा साहित्यिक सम्मान है।
- इस पुरस्कार की स्थापना 12 मार्च 1954 में भारत की राष्ट्रीय साहित्य अकादमी (साहित्य अकादमी) द्वारा की गई थी।
- यह प्रत्येक वर्ष उन व्यक्तियों को प्रदान किया जाता हैं, जिन्होंने अकादमी द्वारा मान्य 24 प्रमुख भाषाओं में अपने गद्य या पद्य की रचनाओं को प्रकाशित कर साहित्यिक उत्कृष्टता प्राप्त की है।
- भारत के संविधान में वर्णित 22 भाषाओं के अतिरिक्त साहित्य अकादमी ने अंग्रेजी और राजस्थानी को भी उन भाषाओं के रूप में मान्यता प्रदान की, जिन पर पुरस्कार के लिए विचार किया जा सकता है।
- इस पुरस्कार में एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार, एक उत्कीर्ण ताम्र पट्टिका और एक शॉल प्रदान किया जाता है। ताम्र पट्टिका पर देवनागरी शैली में ‘साहित्य‘ लिखा होता है।
- प्रसिद्ध भारतीय फिल्म निर्माता सत्यजित रे ने इस ताम्र पट्टिका का प्रारूप बनाया था।
- इस पुरस्कार का उद्देश्य लेखन में उत्कृष्टता को मान्यता देना और बढ़ावा देना तथा भारतीय साहित्य में नये रुझानों को मान्यता प्रदान करना है।
- पुरस्कार के लिए चयन प्रक्रिया पिछले 12 महीनों में पूरी होती है। साहित्य अकादमी पुस्तकालय भारत के सबसे महत्वपूर्ण बहुभाषी पुस्तकालयों में से एक है।
- कई अवसरों पर, इस पुरस्कार को विरोध की कार्यवाही के रूप में वापस कर दिया गया है।