- उद्घाटन संबोधन: केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पुसा, नई दिल्ली में आयोजित ग्लोबल सॉयल कॉन्फ्रेंस 2024 की उद्घाटन सत्र में महत्वपूर्ण भाषण दिया, जिसमें उन्होंने मिट्टी के संरक्षण और सतत कृषि पर जोर दिया।
- मुख्य विषय: सम्मेलन में मिट्टी की गुणवत्ता सुधारने, जैविक खेती को बढ़ावा देने, और कृषि में आधुनिक तकनीकों के उपयोग पर चर्चा की गई। मंत्री ने भारत की मिट्टी प्रबंधन नीतियों और सफल पहलुओं को साझा किया।
- वैश्विक सहभागिता: इस कॉन्फ्रेंस में दुनिया भर के कृषि विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों, और नीति निर्माताओं ने भाग लिया, जिससे वैश्विक स्तर पर मिट्टी संरक्षण के लिए सहयोग और ज्ञान साझा करने का मंच मिला।
- मिट्टी स्वास्थ्य का महत्व: मिट्टी कृषि का आधार है और इसकी स्वास्थ्य मिट्टी की उर्वरता, जल धारण क्षमता, और पौधों के विकास के लिए आवश्यक है। स्वस्थ मिट्टी से खाद्य सुरक्षा और पर्यावरणीय संतुलन सुनिश्चित होता है।
- राष्ट्रीय मिट्टी मिशन: भारत सरकार ने “राष्ट्रीय मिट्टी मिशन” की पहल की है, जिसका उद्देश्य मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार लाना, मिट्टी का पोषण संतुलन बनाए रखना, और कृषि उत्पादकता बढ़ाना है। इस मिशन के तहत विभिन्न अनुसंधान और विकास कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
- सतत कृषि: सतत कृषि वह कृषि पद्धति है जो पर्यावरणीय, आर्थिक, और सामाजिक दृष्टिकोण से संतुलित होती है। इसमें जैविक खेती, जल संरक्षण, और प्राकृतिक संसाधनों के सतत उपयोग पर बल दिया जाता है, जिससे दीर्घकालिक कृषि विकास संभव होता है।