- 1951 में मुंबई में जन्मे प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में निधन हो गया है। ये महान तबला वादक अल्लाह रक्खा के बेटे थे।
- 1973 में, उन्होंने अपना पहला एल्बम ‘लिविंग इन द मैटेरियल वर्ल्ड’ लॉन्च किया। उनके योगदान को संगीत जगत हमेशा याद रखेगा।
- इनके प्रमुख एलबम्स में –
- फेस टु फेस Face to Face (1977)
- प्लेनेट ड्रम Planet Drum (1991)
- साउंडस्केप्सः म्यूजिक ऑफ द डेजर्ट Soundscapes: Music of the Desert (1993)
- उस्ताद अमजद अली खान एंड जाकिर हुसैन Ustad Amjad Ali Khan and Zakir Hussain (1994)
- रिमेंबरिंग शक्ति Remembering Shakti (1995)
- साज Saaz (1998)
- द ट्री ऑफ रिदम The Tree of Rhythm (2002)
- ग्लोबल ड्रम प्रोजेक्ट Global Drum Project (2007)
- एज वी स्पीक (2023) As We Speak हैं।
- इन्होने भारत और दुनिया भर में एक अलग पहचान बनायी है।
- हुसैन ने अपने करियर में पांच ग्रैमी पुरस्कार प्राप्त किए हैं, जिनमें से तीन इस बर्ष की शुरुआत में 66वें ग्रैमी पुरस्कार में मिले थे।
- ।इन्हें 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। उनके योगदान को संगीत जगत हमेशा याद रखेगा।