
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य स्वास्थ्य नियामक उत्कृष्टता सूचकांक (SHRESTH) की शुरुआत की है। यह सूचकांक केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) द्वारा विकसित किया गया है।
- ‘SHRESTH’ एक आभासी मूल्यांकन उपकरण है, जो राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की वर्तमान स्थिति और उनकी परिपक्वता (Maturity Certification) की दिशा में प्रगति का आकलन करता है। इसका मुख्य उद्देश्य पूरे देश में दवाओं की सुरक्षा, गुणवत्ता और प्रभावकारिता (Effectiveness) सुनिश्चित करना है।
SHRESTH की मुख्य विशेषताएँ
राज्य वर्गीकरण
इस सूचकांक में राज्यों को दो श्रेणियों में बांटा गया है –
- विनिर्माण राज्य (Manufacturing States)
- मुख्य रूप से वितरण राज्य/संघ राज्य क्षेत्र (Distribution States/UTs)
मूल्यांकन मानदंड
- SHRESTH सूचकांक राज्यों का मूल्यांकन निम्न आधारों पर करता है –
- मानव संसाधन (Human Resources)
- प्रयोगशाला परीक्षण क्षमता (Lab Testing Capacity)
- लाइसेंसिंग गतिविधियाँ (Licensing Activities)
- निगरानी व्यवस्था (Monitoring Mechanism)
- सार्वजनिक शिकायतों के प्रति जवाबदेही (Accountability for Public Grievances)
निगरानी और जवाबदेही
- प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश को मासिक आँकड़े (Monthly Data) CDSCO को प्रस्तुत करने होते हैं।
- इन आँकड़ों के आधार पर सूचकांक तैयार किया जाता है और हर माह राज्यों/UTs के साथ परिणाम साझा किए जाते हैं।
वैश्विक मानक से सामंजस्य
- SHRESTH का लक्ष्य विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के Global Benchmarking Tool (GBT) के अनुरूप होना है।
- विशेष रूप से, यह WHO के Maturity Level 3 (ML3) मानक को प्राप्त करने की दिशा में केंद्रित है।
- इससे भारत की स्थिति “Pharmacy of the World” (विश्व की फार्मेसी) के रूप में और मजबूत होगी।
WHO का Global Benchmarking Tool (GBT)
- WHO का GBT दवाओं, टीकों, रक्त उत्पादों और चिकित्सा उपकरणों के लिए राष्ट्रीय प्रणालियों की नियामक परिपक्वता (Regulatory Maturity) का आकलन करता है।
- यह परिपक्वता चार स्तरों में विभाजित है: ML1 से ML4।
- भारत की उपलब्धि: वर्ष 2024 में भारत ने Maturity Level 3 (ML3) प्राप्त कर लिया। यह उपलब्धि दर्शाती है कि भारत की नियामक प्रणाली स्थिर, सुचारु और एकीकृत (Integrated & Well-Functioning) है।